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Monday 13 June 2016

Does the Sun even know that there is a Moon in the world ?


सूरज बड़ा है बहुत ! गम्भीर भी
तेजवान ! प्रतापवान ! सब है वो
और ये चाँद अपना शर्मीला सा
बस उसी पर वारा जाता है
दिन दिन भर दीदार करता
शाम से इंतज़ार में उसके ...
बेख़बर इस बात से है कि
रोशन है अब ये भी बहुत
सोहबत में इबादत में उसकी
क्या क्या सोचता होगा ??
" मिलूँगा उनसे कभी बताऊँगा फिर
मैं चाँद हूँ ... दीवाना हूँ आपका "
फिर डर से हया से बात अटक जाती होगी
हर बार ...
उधर सूरज क्या उसे भी कुछ पता होगा ?
कि कोई चाँद है इस दुनिया में
जो बस
उसी पर वारा जाता है ...

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