इसाई नहीं यहूदी नहीं
हिन्दू मुस्लिम सूफी ज़ेन
इनमें से कुछ नहीं
पूरब का नहीं पश्चिम से नहीं
समुन्दर का जन्मा हूँ
न ज़मीन से पैदा हूँ
क़ुदरत का नहीं कायनात का नहीं
आदम से कोई रिश्ता नहीं
मेरा घर कोई घर नहीं
मेरे निशान बेनिशान हैं
न जिस्म मेरा न रूह कोई
पीछें नहीं कुछ आगे नहीं
कुछ नहीं कुछ भी नहीं
ज़र्रा तक नहीं
आखिर करूँ क्या
जब नहीं जानता
कौन हूँ ?
प्यार किया है तुमसे
मैं बस तुम हूँ
तेरा हूँ !!
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