१- love story एक पेड़ की ...
खेत से सटा एक पेड़ होता था गाँव में
थोड़ा सा वो रस्ते पर आने लगा था
फिर न जाने कब एक नया पेड़ चुपके से
ठीक इसके सामने आकर खड़ा हो गया
दोनों की आपस में क्या बात हुई
गांववाले नहीं जानते ... कोई नहीं जानता
दोनों ख़ामोशी से पलते रहे मगर
पर कुछ सालो बाद ...
उस बुज़ुर्ग पेड़ को काट दिया गया था
रस्ते में अड़चन जो पैदा करने लगा था
लोग कहतें है , पर वो दूसरा वाला पेड़
वो भी बस कुछ हफ़्ते ही चला
इसके जाने के बाद , बुझा बुझा रहने लगा था
फिर एक दिन आंधी में गिर गया
पूरा गाँव पहुंचा था इसे देखने
कोई जड़ ही नहीं थी इसकी अपनी
उस बुज़ुर्ग पेड़ की जड़े गहराई में इस तक आ पहुंची थी
ये उसी का पानी पीता था उसी का खाना खाता था
उसी के लिए आया था बस ...
पेड़ भी कमाल करते है !!
कैसे कैसे रिश्ते बना लेते है !!
2- Inspired by Siraj Aurangabadi ...when neither you exist nor I exist ...
अब कोई "जूनून" नहीं रहता वहाँ
न ही कोई "परी" ....
अब जो बचा है वो “कुछ नहीं” है
ख़ाली है सब ... मगर कहते है
एक बार इबादत परवान चढ़ी थी
इतनी चढ़ी कि ऊपर पहुँच गयी
ख़ुदा की रज़ा से फिर ...
एक हवा बह चली थीं
बह गया था सब उसमें
वजूद ज़हेन अक्ल इल्म
सब बह गया
और अब ...
न जुनूं रहा न परी रही
न तो तू रहा न मै रही ......
खेत से सटा एक पेड़ होता था गाँव में
थोड़ा सा वो रस्ते पर आने लगा था
फिर न जाने कब एक नया पेड़ चुपके से
ठीक इसके सामने आकर खड़ा हो गया
दोनों की आपस में क्या बात हुई
गांववाले नहीं जानते ... कोई नहीं जानता
दोनों ख़ामोशी से पलते रहे मगर
पर कुछ सालो बाद ...
उस बुज़ुर्ग पेड़ को काट दिया गया था
रस्ते में अड़चन जो पैदा करने लगा था
लोग कहतें है , पर वो दूसरा वाला पेड़
वो भी बस कुछ हफ़्ते ही चला
इसके जाने के बाद , बुझा बुझा रहने लगा था
फिर एक दिन आंधी में गिर गया
पूरा गाँव पहुंचा था इसे देखने
कोई जड़ ही नहीं थी इसकी अपनी
उस बुज़ुर्ग पेड़ की जड़े गहराई में इस तक आ पहुंची थी
ये उसी का पानी पीता था उसी का खाना खाता था
उसी के लिए आया था बस ...
पेड़ भी कमाल करते है !!
कैसे कैसे रिश्ते बना लेते है !!
न ही कोई "परी" ....
अब जो बचा है वो “कुछ नहीं” है
ख़ाली है सब ... मगर कहते है
एक बार इबादत परवान चढ़ी थी
इतनी चढ़ी कि ऊपर पहुँच गयी
ख़ुदा की रज़ा से फिर ...
एक हवा बह चली थीं
बह गया था सब उसमें
वजूद ज़हेन अक्ल इल्म
सब बह गया
और अब ...
न जुनूं रहा न परी रही
न तो तू रहा न मै रही ......